Friday, October 18, 2024
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एम्स में नेत्र कोष का औपचारिक शुभारंभ।

ऋषिकेश 26 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में स्थापित आई बैंक का सोमवार को निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने औपचारिक शुभारंभ किया। नेत्र विभाग की ओर से स्थापित आई बैंक के माध्यम से अब इच्छुक लोगों के नेत्रदान का संकल्प साकार हो सकेगा। एम्स के नेत्र विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत​ ने संस्थान के नेत्र कोष का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि वर्तमान समय में कार्निया अंधेपन की समस्या लगातार बढ़ रही है,इस समस्या का समाधान नेत्रदान के संकल्प से ही संभव है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि ऐसी स्थिति में आई बैंक की भूमिका अहम हो जाती है, लिहाजा उनकी संख्या में बढ़ोत्तरी स्वाभाविक हो गई है। उन्होंने बताया किएक व्यक्ति के नेत्रदान के संकल्प से दो दृष्टिहीन लोगों को नेत्र ज्योति मिल जाती है। एम्स निदेशक ने बताया कि सामाजिक संस्था द हंस फाउंडेशन व विश्व प्रसिद्ध नेत्र संस्थान एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट हैदराबाद के सहयोग से स्थापित संस्थान के स्टेट ऑफ आर्ट आई बैंक में एडवांस तकनीकि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। नेत्र विभाग के प्रमुख प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि संस्थान के आई बैंक में स्लिप लैंप, स्पैक्यूलर माइक्रोस्कोप लैमिनार फ्लोहुड आदि आधुनिक सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि संस्थान लोगों को नेत्रदान को लेकर जागरुक करने के लिए अभियान चला रहा है,जिसके तहत बृहस्पतिवार को पब्लिक लेक्चर का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता, डा. केपीएस मलिक,आई बैंक की मेडिकल डायरेक्टर डा. नीति गुप्ता,डा. अजय अग्रवाल, डा. गीता नेगी,डा. रोहित गुप्ता,डा. बीएल चौधरी,डा. अनुपम,डा. रामानुज सामंता, अधिशासी अभियंता एनपी सिंह, एसओ पीएस राणा आदि मौजूद थे।

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