अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में बीएससी नर्सिंग छात्राओं का ओरिएंटेशन कार्यक्रम सोमवार को शुरू हो गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को बेहतर हेल्थ केयर प्रोफेसनल बनने के लिए कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही उन्हें मरीजों के प्रति कुशल व्यवहार अपनाने पर जोर दिया गया।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने सोमवार को नर्सिंग कॉलेज में बीएससी नर्सिंग बैच-2019 का ओरिएंटेशन प्रोग्राम का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर निदेशक एम्स ने कहा कि नर्सिंग के छात्रों को अपनी पढ़ाई इस तरह से करनी चाहिए कि वह बेहतर हेल्थ केयर प्रोफेशनल बन सकें। उन्होंने कहा कि नर्सेस को मरीजों के प्राथमिक उपचार करने में किसी भी तरह से एक चिकित्सक से कमतर नहीं होना चाहिए।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने विद्यार्थियों को मरीजों के प्रति अपने व्यवहार को कुशल रखने और उनसे नम्र व सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार अपनाने को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई से उत्पन्न होने वाले मानसिक तनाव को कम करने के लिए कैंपस में उपलब्ध तमाम खेल गतिविधियों में हिस्सा लेने को कहा।
डीन (एकेडमिक) प्रो. मनोज गुप्ता ने विद्यार्थियों को विभिन्न खेलों के साथ ही अन्य शिक्षणेत्तर गतिविधियों में प्रतिभाग के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि नर्सेस मरीज के ज्यादा करीब होती हैं और उनकी देखरेख करती हैं,लिहाजा उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट होनी चाहिए और उनका रोगी के प्रति विनम्र व्यवहार होना चाहिए। यदि उनका व्यवहार अच्छा रहा तो इससे संस्थान की ख्याति भी बढ़ेगी। नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुरेश कुमार शर्मा ने ऋषिकेश एम्स के लिए चयनित नर्सिंग विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कॉलेज की गतिविधियों को लेकर वृत्तचित्र प्रस्तुति भी दी गई।
इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. ब्रह्मप्रकाश, डीन स्टूडेंट्स वैलफेयर प्रो. प्रशांत एम. पाटिल, डा. बलराम जीओमर,डा. बीएल चौधरी,डा. अनिन्द्या दास, नर्सिंग कॉलेज की असिस्टेंड प्रो. राखी मिश्रा, जेवियर बैल्सियाल, प्रसन्ना जैली, रूपिंदर देयोल,डा. राजेश कुमार, मलार काेडी, राज राजेश्वरी, मनीष शर्मा, रुचिका रानी,डा. राकेश शर्मा एवं ईरा दीपिका दयाल समेत कई नर्सिंग ट्यूटर मौजूद थे।