Tuesday, October 21, 2025
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उत्तराखण्ड में सोनू सूद की गूंज। धनिलाल आर्य ने कहा कि नेता और अभिनेता में जमीन और आसमान का फर्क।

(मनोज इष्टवाल)

सचमुच वह उन लोगों के लिए देवदूत से कम नहीं था जिन्होंने अपने आप को भगवान के सहारे छोड़ दिया था। बस रात दिन खुली आंखों से भगवान का स्मरण करते और कहते काश….कोई देवदूत बनकर तो आ जाये। इसीलिए तो आज धनिलाल बोले कि नेता और अभिनेता में जमीन और आसमान का फर्क होता है।

यह सिर्फ उत्तराखंड के राजनीति के लिए आईना नहीं है बल्कि उस हर दिखलावट के लिए है जिन्होंने अपनों को वोट बैंक के तराजू से ज्यादा कुछ नहीं तौला। तौलते भी कैसे क्योंकि हम लोगों की नसों में वह शुद्ध खून बनना ही बंद हो गया है जिसमें इंसानियत व समाजसेवा का जुनून ही राजनीति का सबसे बड़ा पहलू हुआ करता है।

ज्ञात हो कि एक चैनल के मालिक उमेश कुमार ने विगत 31 मई को फेसबुक लाइव के माध्यम से अभिनेता सोनू सूद से बेहद मार्मिक अंदाज में कहा था कि “हमारे उत्तराखंड के बहुत सारे लोग महानगरों में फंसे हैं, जिनमें ज्यादात्तर होटलियर हैं जो होटलों में काम करते हैं और अब फंसे हैं कृपया उन्हें महानगरों से हमारे उत्तराखंड पहुंचाने के लिए अपना सहयोगा दें। एक एक दोस्त एक भाई आपसे याचना कर रहा है। जबाब में सोनू सूद ने कहा आपका जो हुक्म हो तो बदले में उमेश कुमार ने कहा – हुक्म नहीं भाई निवेदन कर रहा हूँ।  तब अभिनेता सोनू सूद बोले- आपका निवेदन ही मेरे लिए हुक्म है।”

यह सब उस लाइव चर्चा का हिस्सा है जिसे हजारों-हजार उत्तराखण्डियों ने बेहद टकटकी लगाए देखा क्योंकि किसी को अपने बेटे बहु पौते पौतियों की तो किसी को अपने पति व परिवार की तो गांव वालों को उस बन्द मकान व बंजर खेतों के मालिक ग्रामीण की चिंता थी जिसके वापस लौटने की अब कोई एक किरण दिखाई देने लगी थी।

यह हम सभी भले से जानते हैं कि अभिनेता सोनू सूद उत्तराखंड के मुंबई में कई फंसे लोगों के लिए भी आज देवदूत बने हैं।लॉक डाउन  में फंसे देश भर के विभिन्न हिस्सों के  लोगों, पैदल चलने वाले गरीब लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए अभिनेता सोनू सूद लगातार जुटे हुए हैं।

ऐसे में वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार की पुकार से उत्तराखंडवासियों के मन में घर लौटने की इच्छा बलबती होनी स्वाभाविक सी बात है, क्योंकि लोग जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाते-लगाते थक-हार चुके थे।

आखिर अभिनेता सोनू सूद के पास उत्तराखंड लौटने वाले मुम्बई वासियों की एक लंबी लिस्ट पहुंचती है जिसका निरीक्षण कर पूरी टीम सबसे पहले उन जरूरतमंद लोगों को ऐरलिफ्ट करवाती है जिनके साथ बुजुर्ग, बच्चे व रोटी रोजी के लाले सबसे अधिक थे।

अभिनेता सोनू सूद आज सच्चे मायने में उत्तराखण्डियों के बीच वह हीरो बन गए जो रुपहले पर्दे से बाहर हकीकत में खलनायक नहीं बल्कि नायक की छवि में सबको देवदूत से दिखाई दे रहे हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोश्यारी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि :-

विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने आज प्रेस रिलीज जारी कर अभिनेता सोनू सूद द्वारा किये गए उत्तराखण्डियों को एयरलिफ्ट की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया कि:-

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अभिनेता सोनू सूद द्वारा उत्तराखण्डियों को देहरादून एयरलिफ्ट करने पर कहा कि उन्होंने जो काम इस आपदा के दौर में किया वह उत्तराखण्ड के जनमानस पर बड़ा परोपकार है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि-

पत्रकार दीपक कैंतुरा लिखते हैं कि नेरुल नवी मुंबई से एक समूह जनपद टिहरी के ग्यारहगांव हिंदाव व हिंदाव क्षेत्र के लोगों का था, जो पिछले दो महीने से कामकाज बंद हो जाने से परिवार के साथ बहुत तंगी की हालात में थे। इस ग्रुप में शामिल संदीप भारती, धनिलाल आर्य, विनोद राणा ने बताया कि हम के गांव जाने की कोशिश कर के हार चुके थे, लेकिन अभिनेता सोनू सूद हमारे लिए फरिश्ता बनकर आ गए. अभिनेता सोनू सूद स्वयं एयरपोर्ट पर तक हमें हवाई जाहज में बैठाने आए।

अपने बच्चों के साथ उत्तराखंड पहुंचे इस ग्रुप के धनिलाल आर्य ने कहा कि नेता और अभिनेता में जमीन और आसमान का फर्क आज हकीकत में दिखा है, जब नेताओं से बार बार की गुहार लगाकर वे हम हार चुके थे तब हमारे लिए भगवान बनकर अभिनेता सोनू सूद जी आए हैं। कोरोना को देखते हुए प्रत्येक यात्री के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम अभिनेता सोनू सूद जी की ओर से किए गए थे।उत्तराखंड के इन गरीब युवाओं ने अभिनेता का आभार व्यक्त किया है।

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35 बर्षों से पत्रकारिता के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, धार्मिक, पर्यटन, धर्म-संस्कृति सहित तमाम उन मुद्दों को बेबाकी से उठाना जो विश्व भर में लोक समाज, लोक संस्कृति व आम जनमानस के लिए लाभप्रद हो व हर उस सकारात्मक पहलु की बात करना जो सर्व जन सुखाय: सर्व जन हिताय हो.
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