देहरादून 29 सितम्बर 2018 (हि. डिस्कवर)
प्रदेश के पर्यटन संस्कृति एवं धर्मस्व, लघु सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी देते हुए बताया है कि उत्तराखण्ड सरकार भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर एक अनाम चोटी का नामकरण अटल पीक के रूप में करने जा रही है। जिसमें पर्यटन विभाग के साथ निम के सदस्य आगामी अक्टुबर माह के प्रथम सप्ताह में पर्वतारोहण करेंगे।
सतपाल महाराज ने बताया कि हमें इस बात से गौरान्वित होता चाहिए कि पृथक उत्तराखण्ड की मांग की पीड़ा समझने वाले हमारे तत्कालीन ओजस्वी प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के कारण ही हम आज उत्तराखण्ड राज्य के रूप में अवस्थित हैं। उन्होंने पूरे उत्तराखण्डी समाज की पीड़ाओं परेशानियों को समझते हुए बड़ी घोषणा कर गढ़-कुमाऊं को उत्तरांचल प्रदेश नाम दिया जिसे बाद में उत्तराखण्ड कर दिया गया। हमारी भावनाओं का आदर करने वाले ऐसे प्रधानमंत्री हमेशा हमारे दिलों में उस उच्च हिमशिखर के समान हैं जिसे हम हिमालय कहते हैं अतः प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के दिशा निर्देश पर हमने यह तय किया कि क्यों न हमें माँ गंगा की अविरल धारा के उद्गम ग्लेशियर गंगोत्री की एक चोटी का नामकरण “अटल पीक” कर दें।
पर्यटन विभाग की टीम के अवधेश भट्ट जोकि इस अनाम चोटी का पर्वतारोहण कर रहे हैं से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके साथ पांच सदस्यीय टीम में पर्यटन से विशेश्वर सेमवाल हैं जबकि निम के प्रधानाचार्य अमित बिष्ट व सहयोगी बिजेंद्र भी इस यात्रा में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यूँ तो ट्रेक 15 दिवसीय है लेकिन हम इसे जल्दी पूरा कर लेंगे ऐसा हमारा विश्वास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए तत्काल स्वीकृति दे दी है अब वन विभाग के पास जा रहे हैं क्योंकि आखिरी परमिशन वहीं से लेनी होती है।