देहरादून 11 जनवरी 2020 (हि. डिस्कवर)
स्वामी विवेकानंद जयंती के पावन अवसर पर संस्कार परिवार सेवा समिति देहरादून द्वारा उत्तराखंड से पलायन रोकने और रिवर्स पलायन के लिए प्रयासरत 11 प्रतिभाओं को देवभूमि रत्न सम्मान 2020 से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का सुभारंभ स्वामी विवेकानंद जी की फोटो के आगे दीप जलाकर और पुष्प माला भेंट कर किया गया।
सम्पूर्ण उत्तराखंड से कर्नल अजय कोठियाल, विक्रम बिष्ट,चंद्र प्रकाश बडोला, जे. पी. मैठाणी, दिलवर सिंह बिष्ट निर्मल तोमर, संजीव भगत, वीरेंद्र रावत, विजय मोहन भट्ट, योगेश बधा नी, सुनील लोहनी को मेयर सुनील उनियाल गामा चार धाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं, आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी आदि के कर कमलों से स्मृति चिन्ह ,पुष्प गुच्छ भेंट कर और पगड़ी पहनाकर और साल उड़ाकर सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस. एस. नेगी ने बताया पहले पलायन उत्तराखंड से बाहर होता था अब अधिकांश पलायन हल्द्वानी, देहरादून, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, श्रीनगर, पौड़ी, आदि नगरों के शिक्षा चिकित्सा, परिवहन आदि के आकर्षण से हो रहा है।
मेयर सुनील उनियाल गामा ने अभियान की सराहना करते हुए नई पीढी से रिवर्स पलायन कर गावों में स्वरोजगार के लिए प्रयास का आह्वान किया।
कार्यक्रम के सूत्रधार और मेरा गांव मेरी पहचान अभियान के प्रणेता आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी ने बताया अप्रैल माह में पलायन रोकने और रिवर्स पलायन के लिए एक यात्रा के साथ सम्पूर्ण उत्तराखंड में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाईं ने तीर्थाटन के विकास पर जोर दिया।
जिन 11 लोगों को सम्मानित किया गया उनमें कर्नल अजय कोठियाल (सेना के लिए प्रशिक्षण और स्वरोजगार), विक्रम बिष्ट (आर्गनिक खेती बागवानी), योगेश बधानी (खाद्य प्रसंस्करण), वीरेंद्र रावत (खेल), जे. पी. मैठाणी (रिवर्स पलायन), संजीव भगत (खाद्य प्रसंस्करण), विजय मोहन भट्ट (सौर उर्जा), सुनील लोहनी (योग), निर्मल तोमर (नर्सरी व बागवानी), दिलवर सिंह बिष्ट (होम स्टे),चंद्र प्रकाश बडोला (गौ पालन) इत्यादि प्रमुख हैं।
देवभूमि दिव्य ग्राम योजना का भी शुभारंभ किया गया जिसे उत्तराखंड के गावों को योग और आयुर्वेद गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।
कार्यक्रम में समाजसेवी कुंवर जपेंद्र सिंह, कुर्मांचल सांस्कृतिक विकास परिषद के अध्यक्ष कमल रजवार,बबीता साह लोहनी, रमा गोयल, विशाल गुप्ता, जोगिंदर पुंडीर, चंद्र शेखर शर्मा, प्रेरणा पांडे आदि का विशेष सहयोग रहा।