कोटद्वार 14 जनवरी 2020 (हि. डिस्कवर)!
भाबर में मकर संक्रांति मेला समिति किशनपुर की ओर से दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ आगाज हो गया है। कोटद्वार स्थित भाबर क्षेत्र में मकर संक्रांति मेला समिति किशनपुरी के द्वारा आयोजित सांस्कृतिक मकर संक्रांति मेला में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत द्वारा प्रतिभाग किया गया।
वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत द्वारा कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गयी भव्य एवं रंगारंग प्रस्तुतियां को सराहा और उनकी प्रशंसा की।
कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की आखों में तब आंसू आ गये गए, जब उन्होंने झंडिचौड़ की एक बेटी दीपशिखा को मंच पर बुलाकर उसे सम्मानित किया। जब दीपशिखा को मंच पर बुलाकर डॉ हरक सिंह रावत ने घोषणा की कि आज से वह दीपशिखा का सारा खर्चा उठाएंगे तो दीपशिखा बिलख पड़ी। यह देख मंत्री डॉ हरक सिंह भी रो पड़े। यह पहला इत्तेफाक नहीं है कि जब मंत्री जी ऐसे किसी मंच पर रो पड़े हों इससे पूर्व भी भावुक हृदयी डॉ हरक सिंह रावत के कई फोटो अखबारों व सोशल मीडिया की सुर्खियां बने हैं।
ज्ञात होकि डॉ हरक सिंह रावत इससे पूर्व भी दीपशिखा जैसी कई बेटियों व बेटों को जिला रुद्रप्रयाग व पौड़ी गढ़वाल में गोद ले चुके हैं जो आर्थिक तंगी में अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे। दीपशिखा जैसी होनहार बेटी के पिता के स्वर्ग सिधारने व उसके परिवार के आर्थिक तंग हालात देख आज पुनः मंत्री जी ने गिन्दी मेले के मंच से सार्वजनिक घोषणा कर दीपशिखा को गोद लिया है।
कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि उनके लिए आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण एवं ख़ुशी का दिन है, क्योंकि उनके द्वारा आज इस नन्ही सी बेटी दीपशिखा को गोद लिया गया।उनके द्वारा बताया गया कि अब दीपशिखा उनके परिवार का हिस्सा बन गयी है।
कोटद्वार झंडीचौड़ की बेटी दीपशिखा का पालन पोषण का दायित्व अब कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत जी के द्वारा पूरा किया जाएगा। उन्होंने दीपशिखा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वो अपने जीवन में उन तमाम बुलंदियों को छुये, जिसके लिए वह प्रयासरत है। उनका आशीर्वाद सदैव दीपशिक्षा के साथ है।
साथ डॉ हरक सिंह रावत द्वारा बेटियों को भारत का मान बताते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने पर जोर भी दिया।